tag:blogger.com,1999:blog-6418786162483880630.post7617774221189022727..comments2023-10-24T18:58:19.815-07:00Comments on दिल, दुनिया और ज़िन्दगी: हार सिखाती है आगे बढो,Mayankhttp://www.blogger.com/profile/06971110583346818488noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6418786162483880630.post-56739044556482944642009-10-28T12:51:42.344-07:002009-10-28T12:51:42.344-07:00जज़्बा कोई अख़लाक से बेहतर नहीं होता।
कुछ भी यहां ...जज़्बा कोई अख़लाक से बेहतर नहीं होता।<br />कुछ भी यहां इंसान से बढ़कर नहीं होता।<br />कोशिश से ही इंसान को मिलती है मंजिलें,<br />मुट्ठी में कभी बंद मुक़द्दर नहीं होता।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com