तेरे आने से जाना मैंने,
कि ,
खुशियों का वजन भी होता है ,
करीब तीन किलोग्राम ,
और एक अदद माप भी ,
करीब बीस इंच।
और खुशियाँ श्वास भी लेती हैं,
और उठाया जा सकता है ,
खुशियों को गोद में भी।
फिर सारा संसार ,
सिमट जाता है ,
उन हाथों में ,
जिन पर ,
कभी इतना
यकीन भी ना था।
तेरे होने ने बताया मुझे ,
कि जीवन ,
इतना कोमल भी होता है ,
और इतना मासूम भी ।
मेरे सारे तर्क -वितर्क ,
मेरे सारे संशय ,
मेरे सारे किन्तु-परन्तु ,
मेरे सारे अगर-मगर ,
इन सबका उत्तर ,
जो मैं ढूंढता फिर रहा था।
जो दौड़ की आपाधापी थी ,
जिससे जूझता फिर रहा था ,
वो सब शुन्य हो गया था ,
कहीं हवा में घुल गया था ।
जब मैंने इन्हीं हाथों से,
अपनी खुशियों को छुआ था ।
कि ,
खुशियों का वजन भी होता है ,
करीब तीन किलोग्राम ,
और एक अदद माप भी ,
करीब बीस इंच।
और खुशियाँ श्वास भी लेती हैं,
और उठाया जा सकता है ,
खुशियों को गोद में भी।
फिर सारा संसार ,
सिमट जाता है ,
उन हाथों में ,
जिन पर ,
कभी इतना
यकीन भी ना था।
तेरे होने ने बताया मुझे ,
कि जीवन ,
इतना कोमल भी होता है ,
और इतना मासूम भी ।
मेरे सारे तर्क -वितर्क ,
मेरे सारे संशय ,
मेरे सारे किन्तु-परन्तु ,
मेरे सारे अगर-मगर ,
इन सबका उत्तर ,
जो मैं ढूंढता फिर रहा था।
जो दौड़ की आपाधापी थी ,
जिससे जूझता फिर रहा था ,
वो सब शुन्य हो गया था ,
कहीं हवा में घुल गया था ।
जब मैंने इन्हीं हाथों से,
अपनी खुशियों को छुआ था ।