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Friday, May 11, 2012

तो याद करना छोड़ दिया ?


तो याद करना छोड़ दिया ?   

ह्म्म्म नहीं याद तो अभी भी करता हूँ..
बस अब यादो में रोना छोड़ दिया ..
जो सोना छोड़ना था मुश्किल बड़ा,
सो बस सपनो  में खोना छोड़ दिया ...
कि ये रास्ता बड़ा सख्त है फिर भी,
उस मोड़ को उसी मोड़ पे छोड़ दिया ...
देखो अब हँसना बहुत आसान हो गया,
उसी का का गम था उसी पे छोड़ दिया ..
एक ज़िन्दगी कम है कई कामो के लिए,
जो गैरजरूरी था  हालात पे छोड़ दिया |
कभी खो गया था जो तुममे एक उम्र,
उस उम्र को एक चादर से ओढ़ दिया ... 
फिर एक तू क्या घटा ज़िन्दगी से देख ,
मैंने  साथ  अपने हजारों को जोड़ लिया ..

2 comments:

Mayank said...

bahut shukriya,,,

Mayank said...
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