कभी तुम मुस्कुरा देते हो,
पलट कर,
और मैं खुश हो जाता हूँ,
तेरे हसते हुए चेहरे की
कल्पना में खोकर |
तू जीवन दे रही है मुझे,
मुझमे अमृत सी फैलकर ,
मैं तृप्त सा हो रहा हूँ,
तेरी मौजूदगी को लेकर |
कभी तेरे स्वरुप को,
जान ही नहीं पाया,
मैं रह गया खुद में ही
बंधकर उलझकर |
तू हर गुजरते पल के साथ,
बड़ी होती गई ,
कभी मुझमे मिलकर ,
कभी मुझसे बिछड़कर !
1 comment:
Speechless...
Tu har pal badi hoti gayi kabhi milkar kabhi milkar bhi bichadkar....
Shayad memories are the most beautiful feelings we humans have coz it never get tamper by us most intact feeling
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